Self Control ( आत्मसंयम )

www.imaginationoftruth.in

क्या आप को पता है आप जितना ही छोटी छोटी Pleasure पर ध्यान लगा कर बैठे होते हो उतना ही आपकी बड़ी खुशीया आप से दूर जाती होती है। क्यों की आप कभी भी वही काम करना चाहेंगे किसके बदले आप को जल्द ही फल मिल जाये।

और क्या आप जानते है की ये आप के सात क्यों होता है क्यों की आप का मन काबू में नहीं होता। और जिसका मन काबू में नहीं होता वो कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता। क्यों की आप का मन हमेसा खुस रहना चाहता है और उसके लिए वो हर काम करने के लिए तैयार रहता है जिससे की जल्द ही pleasure मिले। और एहि वो समय है जहा आप  फास   रहे होते हो और अपने Future और complicated बना रहे होते हो। 
www.imaginationoftruth.in

उस वक्त आप को कोई फर्क नहीं पड़ता की आप के Future में क्या होगा क्यों की उस वक्त आप खुश होते हो। क्यों की आप अपने मन की सुनते हो मन जो कहता है वही सही है। और हो भी क्यों नहीं ये तो हर वक्त आप को खुस रखता है। हमें हर वक्त Pleasure देता है 👀 👌👅 तो जाहिर सी बात है आप मन की ही सुनो गे। लेकिन क्या आप को पता है ये आप के सात कितना गलत हो रहा होता है। 

और ये जानते है आप  सात ये क्यों होता रहता है क्यों की आप कमजोर है Wait.में आप के सरीर की कमजोरी बारे में नहीं बात कर रहा में बात कर रहा हु आप के आत्मसक्ती (Self Power )  के बारे में मतलब आपकी आत्मा जिसको आप एक Energy भी कह सकते हो । आप की आत्मा आप की मन को Control करती है। लेकिन जब आप की आत्मा को आपका मन  Control  करने लगता  है तो आप वो सब करते हो जो आप का मन करता है। 
मन बुरा नहीं है मन एक वो रास्ता है जिसके द्वारा आप खुस  रहते हो। 
लेकिन बुरा तब हो जाता है जब आप का मन आप को Control करने  लगता है। 
Amazing  Fact ये है की आपकी आत्मा आपके मन को Control करता है 
और आप का मन आपके पाँचो इन्द्रियों को Control करता है। जैसे आँख 👀,👂कान  ,👅जीभ ,👃नाक और ✋हात । 
इनिह पांच इन्द्रियों के वजह से आपकी आत्मा आपके मन को Control कर पाति है। क्यों की एहि आपके Pleasure का Resource है। सोच कर देखिये की हमारा मन इन इन्द्रियों के वजह से ही उलझा रहता है।क्यों की देखना ,सुनना ,चखना ,सूंघना और छूना  हमारे इन्द्रियों का ही काम है।   

अगर आप इन इन्द्रियों पर Control पा जाते है तो समझो आपकी Life बन गयी। ये पाँचो इन्द्रिया आप के मन से बधे होते है आप ये ही मान कर चलो  की ये मन का ही हिस्सा है। हमारा मन इनिह इन्द्रिओ को इतमाल करता है। 
जैसा की मेने बताया की मन बुरा नहीं होता है बुरा इस लिए नहीं होता है क्यों की जब आप की आत्मा आपके मन को Control करती तब तक आपका मन वही करता है जो आपकी आत्मा कहती है। 
अब आप ये सोचेंगे की  ये आत्मा और मन का  खेल है तो दिमाग और दिल का क्या।

तो मेरा ये मानना है की हमारा दिमाग बस सोच सकता है Imagination कर सकता है और हमारे Body के Parts को Control कर सकता है वो भी मन के कहने पर ही करता है और हमारे दिल को तो Blood Purifier से ही फुरसत नहीं है। हा आप को लगता होगा की जब डर लगता है तो हमारा दिल तेजी से धड़कने क्यों लगता है तो वजह ये है की हमारा दिल इस लिए धड़कने लगता है क्यों की आप को उस वक्त फुर्ती की जरुरत होती है आप जिस से बजना चाहते हो उसके लिए कोई आप तेज कदम उठाने वाले हो। इस लिए आप का दिल जोड़ो से दड़कने लगता है। और ये भी आप के मन के ही Control ही काम करता है। 


तो आप को करना क्या है आपको आपने मन को अपने Control में करना है ये एक बार में नहीं होगा लेकिन हो जायेगा। आप अपनी अंदर की हमेसा आवाज सुनो अपनी आत्मा की जो कभी आप का बुरा नहीं चाहती। जब आप अपने मन को दबा कर रखो गए।तब आपके सरीर का मालिक आपकी आत्मा होगी और जब आपकी आत्मा आपके सरीर की मालिक होगी तो आप कभी भी गलत काम नहीं कर पाओगे क्यों की तब आप का मन आपके Control में होगा तो जाहिर सी बात है की आपकी पाँचो इन्द्रिया  भी आपके Control  में होंगी और अगर आपका मन आप पर हावी होता है तो वो वही करेगा जो आपके इन्द्रिया चाहेगी। 

इस लिए अगर आप को इस दुनिया में कुछ extraordinary करना है तो आपको अपने मन को Control करना ही होगा।ये आप के ऊपर है की आप कितना जल्दी control कर लेते है। तो अपनी आदत बदलिए।          

Comments